🚨बिजनौर में बड़े वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश: 10 चोरी की गाड़ियां बरामद, 6 शातिर चोर गिरफ्तार

🏍️"हरिद्वार से चोरी, नहटौर में ठिकाना... नंबर प्लेट गायब, चेसिस तक मिटा डाली – बेहद शातिर निकले चोर"
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NEHTAUR
बिजनौर के नहटौर में पुलिस ने एक बड़े वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से चोरी की 10 दोपहिया गाड़ियां बरामद की हैं। इन शातिर चोरों की गिरफ्तारी से क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगने की उम्मीद है। सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।READ ALSO:-🚨दहशत में बिजनौर का हादकपुर गाँव: खेत से लौटते किसानों के सामने आया गुलदार, ग्रामीणों ने की पिंजरा लगाने की मांग🚨

 

कैसे पकड़े गए शातिर चोर?
नहटौर पुलिस को सूचना मिली कि कुछ वाहन चोर चोरी की गाड़ियों के साथ इलाके में सक्रिय हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सादिकाबाद कट के पास से विनय कुमार और राजा कुमार नाम के दो आरोपियों को दबोच लिया। तलाशी के दौरान इनके पास से दो चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद हुईं। पुलिस की सख्ती के बाद दोनों ने कबूल किया कि उनके चार अन्य साथी चोरी के बाकी वाहन सादिकाबाद रोड पर एक आम के बाग में छिपाकर रखे हुए हैं।

 


तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने बताए गए स्थान पर दबिश दी और वहां से दिनेश कुमार, नकुल कुमार, कृष्णा और अरुण कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया। इन चारों के कब्जे से भी चोरी की अन्य गाड़ियां बरामद हुईं।

 

हरिद्वार और आसपास के इलाकों से चुराए गए थे वाहन
गिरफ्तार किए गए आरोपियों से कुल चार स्कूटी और छह मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि ये सभी वाहन हरिद्वार और उसके आसपास के क्षेत्रों से चुराए गए थे। बरामद वाहनों में एक स्प्लेंडर प्लस बाइक भी शामिल है, जिसे तीन साल पहले शिवालिक नगर, रानीपुर से चुराया गया था। इसके अलावा, एक स्प्लेंडर प्रो बाइक दो साल पहले बादराबाद से चोरी की गई थी। इन खुलासों से पता चलता है कि यह गिरोह सिर्फ बिजनौर ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी सक्रिय था।

 

चोरी के वाहनों को मॉडिफाई कर बेचते थे
गिरफ्तार चोर बेहद ही शातिर और चालाक किस्म के हैं। चोरी के बाद ये गिरोह वाहनों की पहचान छिपाने के लिए कई तरीके अपनाता था। वे चोरी के वाहनों के ढांचे में बदलाव कर देते थे, उनके रजिस्ट्रेशन नंबर बदल देते थे और चेसिस नंबर भी मिटा देते थे, ताकि पुलिस या कोई अन्य आसानी से उन्हें ट्रेस न कर सके। इन मॉडिफाई किए गए वाहनों को बाद में वे कम कीमत में राहगीरों या कबाड़ियों को बेच देते थे, जिससे उन्हें आसानी से ठिकाना लगाया जा सके।

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सभी आरोपी बिजनौर जिले के निवासी
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए सभी छह आरोपी बिजनौर जिले के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। एसपी पूर्वी ए.के. श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी चोरों का चालान कर उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार और कहां-कहां तक जुड़े हुए हैं। इस गिरफ्तारी से बिजनौर और आसपास के इलाकों में वाहन चोरी पर निश्चित रूप से अंकुश लगेगा।
SONU

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