⚡🚜बिजली विभाग में 'रिश्वत' की चिंगारी ने सुलगाया किसानों का आक्रोश, बिजनौर के नूरपुर में अधिशासी अभियंता कार्यालय पर गरजे किसान
फाइल के लिए मांगी घूस, विरोध करने पर दुर्व्यवहार का आरोप; राष्ट्रीय किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना शुरू
Updated: May 13, 2025, 21:28 IST
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नूरपुर, बिजनौर: भ्रष्टाचार के दीमक ने सरकारी कार्यालयों की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला बिजनौर के नूरपुर से सामने आया है, जहाँ बिजली विभाग के एक कर्मचारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। राष्ट्रीय किसान यूनियन के आह्वान पर बड़ी संख्या में किसानों ने अधिशासी अभियंता कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।READ ALSO:-🏗️✨विकास को गति, व्यवस्था को धार: बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने परखा नूरपुर का 'ग्राउंड जीरो'
घटना मंगलवार की है। नूरपुर क्षेत्र का एक किसान बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय में अपनी किसी फाइल से जुड़ा काम कराने पहुँचा था। किसान का आरोप है कि दफ्तर में तैनात एक महिला कर्मचारी ने उसकी फाइल को आगे बढ़ाने और कार्य संपन्न करने के एवज में उससे सीधे तौर पर रिश्वत की मांग कर डाली।
भ्रष्टाचार की इस मांग से आहत किसान ने तत्काल इसकी सूचना राष्ट्रीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश कुमार को दी। किसानों के हक़ की लड़ाई लड़ने वाले अवनीश कुमार बिना देर किए मौके पर पहुँचे और कर्मचारी द्वारा कथित रूप से रिश्वत मांगे जाने के मामले को लेकर कार्यालय में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की।
हालात उस वक्त और बिगड़ गए जब बिजली विभाग के अन्य कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार के आरोप पर सफाई देने या जाँच का आश्वासन देने के बजाय, उलटा यूनियन ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश कुमार पर ही कार्यालय में आकर दुर्व्यवहार करने का आरोप मढ़ दिया। कर्मचारियों ने कथित तौर पर अवनीश कुमार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की धमकी भी दी, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
कर्मचारियों के इस रवैये से नाराज़ और अपमानित महसूस कर रहे राष्ट्रीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश कुमार ने तत्काल विरोध जताते हुए अधिशासी अभियंता कार्यालय के ठीक सामने ज़मीन पर बैठकर धरना शुरू कर दिया। उनके साथ कुछ अन्य कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हो गए।
जैसे ही नूरपुर और आसपास के क्षेत्रों में किसानों को इस घटना और यूनियन नेता के साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी मिली, बड़ी संख्या में किसान एकजुट होकर अधिशासी अभियंता कार्यालय पर जुटने लगे। देखते ही देखते, धरना स्थल किसानों की भीड़ से भर गया और यह कुछ कार्यकर्ताओं का धरना एक व्यापक किसान आंदोलन का रूप ले लिया।
आंदोलनरत किसानों ने साफ़ तौर पर मांग रखी है कि रिश्वत मांगने वाली महिला कर्मचारी को तुरंत निलंबित किया जाए और उसके खिलाफ सख्त कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जाए। उन्होंने अवनीश कुमार पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन की मांग की है। किसानों का कहना है कि विभाग में पारदर्शिता लाई जाए और किसानों के छोटे-मोटे कामों के लिए उन्हें परेशान न किया जाए और न ही रिश्वत मांगी जाए।
राष्ट्रीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और संबंधित दोषी कर्मचारियों पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती, तब तक अधिशासी अभियंता कार्यालय पर उनका अनिश्चितकालीन धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस मामले ने नूरपुर के बिजली विभाग की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन और बिजली विभाग के उच्च अधिकारी किसानों के इस आक्रोश को शांत करने और लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की निष्पक्ष जांच कर क्या ठोस कदम उठाते हैं। ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश कुमार के नेतृत्व में किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं।
