ट्राइको फोटोमेनिया क्या है? जिसमें बाल खाने को मचलता है मन...उत्तर प्रदेश में महिला के पेट से मिला 2 किलो बालों का गुच्छा....
महिला का इलाज बरेली के महाराणा प्रताप जिला अस्पताल में चल रहा है। उसका इलाज कर रहे डॉक्टर भी इस बात से हैरान हैं कि वह अपने परिवार से छिपकर यह काम कर रही थी।
Oct 7, 2024, 00:00 IST
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उत्तर प्रदेश के बरेली से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, 31 वर्षीय महिला काफी समय से पेट दर्द से परेशान थी। उसने कई जगह इलाज कराया लेकिन उसकी उल्टी और पेट दर्द ठीक नहीं हुआ। तंग आकर वह एक निजी अस्पताल पहुंची। यहां पर कलर अल्ट्रासाउंड में उसके पेट में बालों का गुच्छा होने का संदेह हुआ। READ ALSO:-UP: उत्तर प्रदेश में शराब पीने वालों ने तोड़ा रिकॉर्ड, त्योहारी महीने में गटक गए हजारों करोड़ की शराब
पेट की स्थिति देख डॉक्टर भी हैरान रह गए डॉक्टरों के मुताबिक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरी जांच में उसके पेट में बालों का बड़ा गुच्छा होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद उसके पेट की सर्जरी कर बाल निकाले गए। महिला के पेट से करीब दो किलो बाल बरामद हुए हैं। पेट में इतनी बड़ी मात्रा में बाल देखकर डॉक्टर भी चकित रह गए।
परिवार से छिपकर बाल खाती थी महिला फिलहाल महिला ठीक है, उसने पूछताछ में बताया कि वह करीब 15 साल की उम्र से बाल खा रही है। परिवार के रोकने पर वह छिपकर बाल खाती थी। उसे ऐसा करने की तलब लगती थी। बाल खाने के बिना उसे बेचैनी महसूस होती थी। आपको बता दें कि महिला का इलाज बरेली के महाराणा प्रताप जिला अस्पताल में किया गया है। महिला की सर्जरी करने वाले वरिष्ठ सर्जन डॉ. एमपी सिंह और डॉ. अंजलि सोनी के मुताबिक, जो लोग अत्यधिक मात्रा में बाल खाते हैं, उन्हें ट्राइको फोटोमेनिया नामक बीमारी होती है।
ट्राइको फोटोमेनिया नामक बीमारी क्या है?
डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी में व्यक्ति को बाल खाना, उन्हें मुंह में रखना और चूसना पसंद होता है। डॉक्टरों के मुताबिक, लगातार कई सालों तक ऐसा करने से मरीज को पेट में संक्रमण, दर्द और पाचन संबंधी अन्य समस्याएं होने लगती हैं। अगर पेट में अत्यधिक मात्रा में बाल हो जाएं और उसका इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी में व्यक्ति को बाल खाना, उन्हें मुंह में रखना और चूसना पसंद होता है। डॉक्टरों के मुताबिक, लगातार कई सालों तक ऐसा करने से मरीज को पेट में संक्रमण, दर्द और पाचन संबंधी अन्य समस्याएं होने लगती हैं। अगर पेट में अत्यधिक मात्रा में बाल हो जाएं और उसका इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है।