बागपत : दिल्ली में संसद के सामने आत्मदाह करने वाले छात्र जितेंद्र की मौत, छपरौली में पुलिस अलर्ट

 संसद के सामने आत्मदाह करने वाले बागपत के छात्र जितेंद्र की शुक्रवार को मौत हो गई। उसने बुधवार को दिल्ली में खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली थी। वह 95 फीसदी जल चुका था। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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BAGHPAT
दिल्ली में दो दिन पहले नए संसद भवन के सामने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाने वाले एलएलबी के छात्र जितेंद्र की देर रात राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़ित के परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। वे गम और गुस्से में हैं। वहीं, पुलिस भी सतर्क नजर आ रही है। READ ALSO:-मेरठ : भाजपा नेता के रिश्तेदार का अपहरण कर गोली मारकर हत्या, नहर के पास फेंकी लाश

 

छपरौली निवासी जितेंद्र एलएलबी प्रथम वर्ष का छात्र था। वर्ष 2021 में उसके परिवार का कस्बा निवासी होमगार्ड कविंद्र के परिवार से शराब को लेकर विवाद हो गया था। कई बार उनके बीच झगड़ा हुआ। छपरौली थाने में जितेंद्र पक्ष के खिलाफ दो और कविंद्र पक्ष के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज हुआ था। 

 

हत्या के प्रयास के एक मामले में वर्ष 2022 में जितेंद्र समेत तीन लोगों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। कुछ समय बाद कोर्ट से जमानत मिलने पर वह जेल से रिहा हो गए थे। 

 

जितेंद्र के पिता महिपाल का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन ने उनकी बात न सुनकर एकतरफा कार्रवाई की। जितेंद्र लगातार न्याय की गुहार लगा रहा था। पांच दिन पहले कविंद्र के पक्ष के लोगों ने अफसरों के रसूख का इस्तेमाल करते हुए जितेंद्र से यहां तक ​​कह दिया था कि कहीं भी घूम लो, हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा। 

 

होमगार्ड कविंद्र बागपत कलेक्ट्रेट में तैनात है और उसका भाई विकेंद्र और भाभी पंकज एसएसबी में दिल्ली में तैनात हैं। परेशान होकर जितेंद्र ने 25 दिसंबर की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे संसद भवन के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की। गंभीर रूप से झुलसे जितेंद्र को पुलिस कर्मियों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। 

 

गुरुवार रात करीब सवा दो बजे इलाज के दौरान जितेंद्र की मौत हो गई। कविंद्र के पक्ष ने बेटे को आत्मदाह के लिए उकसाया था, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि बागपत और दिल्ली पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। 

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होमगार्ड कविंद्र और एलएलबी के छात्र जितेंद्र के घर छपरौली थाने से करीब 200 मीटर के दायरे में हैं। पिछले साढ़े तीन साल में दोनों परिवारों के बीच कई बार झगड़े हो चुके हैं। पुलिस ने तीन मामले भी दर्ज किए, लेकिन विवाद को खत्म करने का कोई प्रयास नहीं किया। जितेंद्र के परिजनों ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया। संसद भवन के सामने जितेंद्र के आत्मदाह के प्रयास की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। 

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