टोल प्लाजा पर हुआ हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब दो बजे राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का काफिला गोभाना टोल प्लाजा से होकर गुजर रहा था। तभी अचानक वहां मौजूद करणी सेना से जुड़े कुछ क्षत्रिय समाज के युवकों ने काफिले पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने काफिले की गाड़ियों पर टायर जलाकर फेंके और जमकर पथराव किया। इस अचानक हुए हमले से बचने के लिए काफिले में शामिल चालक तेजी से गाड़ियां भगाने लगे, जिससे अफरा-तफरी मच गई। भागने की कोशिश में कुछ वाहन आपस में टकरा भी गए, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो गए। पथराव के कारण काफिले की कई गाड़ियों के शीशे टूट गए।
राणा सांगा पर बयान बना हमले का कारण
यह हमला समाजवादी पार्टी सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा हाल ही में मेवाड़ के वीर योद्धा राणा सांगा पर दिए गए एक बयान को लेकर उपजे विवाद का परिणाम बताया जा रहा है। सांसद के बयान पर क्षत्रिय समाज और करणी सेना ने कड़ी आपत्ति जताई थी। करणी सेना ने पहले ही रामजी लाल सुमन के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनके काफिले पर हमले या विरोध प्रदर्शन की धमकी दी थी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
करणी सेना द्वारा पहले ही हमले की धमकी दिए जाने के बावजूद, सांसद जैसे VVIP की यात्रा के दौरान गोभाना टोल प्लाजा जैसे स्थान पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था न होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सपा कार्यकर्ताओं और विपक्षी दलों ने इस घटना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन की भूमिका पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
करणी सेना ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस बीच, करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि जब तक रामजी लाल सुमन राणा सांगा पर दिए गए अपने आपत्तिजनक बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तब तक इस तरह के विरोध प्रदर्शन और हमले जारी रहेंगे।
बुलंदशहर जाने से रोका गया सपा प्रतिनिधिमंडल
यह भी उल्लेखनीय है कि रामजी लाल सुमन अपने काफिले के साथ बुलंदशहर के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के गांव सुनहरा जा रहे थे। वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गठित उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिसे गांव सुनहरा में हाल ही में थार गाड़ी चढ़ाकर बेरहमी से हत्या की गई एक दलित महिला के पीड़ित परिवार से मिलना था। हमले के बाद, सपा सांसद और उनके साथ मौजूद प्रतिनिधिमंडल को अलीगढ़-बुलंदशहर सीमा पर गवाना के पास पुलिस द्वारा रोक दिया गया और उन्हें बुलंदशहर जिले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। इस प्रतिनिधिमंडल में सपा के कई अन्य दलित नेता भी शामिल थे। पुलिस ने सुनहरा मामले में आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

अखिलेश यादव ने हमले की कड़ी निंदा की
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस घटना को एक जानलेवा हमला और आपराधिक कृत्य बताया। अखिलेश यादव ने कहा कि इतने टायर एक साथ इकट्ठा करना किसी गहरी साजिश का सबूत है। उन्होंने इंटेलिजेंस की चूक या जानबूझकर की गई अनदेखी पर सवाल उठाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि अराजकता का बोलबाला है और सरकार या तो अराजकता के आगे बेदम हो गई है या फिर यह सब सरकार की रजामंदी से हो रहा है। उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का जिक्र करते हुए कहा कि एक पीडीए के सांसद पर हुए हमले पर सरकार की चुप्पी शर्मनाक है।
फिलहाल, प्रशासन की ओर से इस हमले को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। घटना के बाद अलीगढ़ और बुलंदशहर दोनों जिलों में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है और सपा कार्यकर्ताओं द्वारा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।