Meerut: भीषण सड़क हादसा, 2 भाइयों को ट्रक ने कुचला, सड़क पर खून ही खून, हाथ-पैर हुए शरीर से अलग
Accidet In Meerut : उत्तरप्रदेश के मेरठ (Meerut) में बहन की शादी (Sister's Marriage) के कार्ड बांटकर लौट रहे दो भाइयों की सड़क हादसे (Road Accident) में दर्दनाक मौत (Death) हो गई। बताया जा रहा है युवकों की मोटरसाइकिल (Bike) पर तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी और उन्हें कुचलता हुआ निकल गया। हादसा इतना भयानक था कि एक युवक का हाथ व दूसरे युवक का एक पैर शरीर से अलग हो गया, वहीं पूरी सड़क पर युवकों के शरीर के चिथड़े व खून फैला था एयर दूर-दूर तक शादी के कार्ड (Marriage Invitation Card) बिखरे पड़े थे।
देर रात हुआ हादसा (Road Accident in Meerut)
जानकारी के मुताबिक सरूरपुर थाना क्षेत्र (Sururpur Meerut) के काकेपुर निवासी अरविंद (30) की बहन की 16 नवंबर को शादी है। शुक्रवार को अरविंद अपने चचेरे भाई सचिन (32) के साथ शादी के कार्ड बांटने गया था। देर रात करीब 10:30 बजे दोनों बाइक पर सवार होकर मेरठ की तरफ से वापस घर जा रहे थे। (Read Also: नाबालिग से दुष्कर्म दोषी सपा के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को उम्रकैद, अमेठी में बढ़ीं अखिलेश की मुश्किलें)
रास्ते मे कंकरखेड़ा क्षेत्र (Kankarkheda) के मेरठ-करनाल हाइवे (Meerut Karnal Highway) पर झिलमिल होटल (Jhilmil Hotel) के सामने एक तेज रफ्तार ट्रक ने दोनो भाइयों को कुचल दिया। अरविंद और सचिन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं हादसे को अंजाम देकर चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। (Read Also: Mission UP: 30 नवंबर को मेरठ में गरजेंगी प्रियंका गांधी, 14 को बुलंदशहर में जुटेंगे 14 जिलों के कार्यकर्ता)
चालक ट्रक छोड़कर फरार
प्रताक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रक के पिछले पहिए दोनों युवकों के ऊपर से गुजर गए। जिसमे एक युवक का हाथ और दूसरे का पैर कटकर शरीर से अलग हो गए। सड़क पर ही चिथड़े चिथड़े हो गए। दूर-दूर तक खून फैला हुआ था। हादसे के बाद राहगीर और ग्रामीण ट्रक चालक को पकड़ने के लिए दौड़े लेकिन वह ट्रक को छोड़कर फरार हो गया।
किसी ने नहीं पहना था हेलमेट
सूचना पर कंकरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक में नीचे फंसे दोनों भाइयों के शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शादी के कार्डों से जानकारी लेकर पुलिस ने उनके परिजनों को इसकी सूचना दी। कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना का कहना है कि दोनों में से किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था, यदि हेलमेट पहने होते तो शायद युवकों की जान बच सकती थी।